राजसिंह
From जैनकोष
एक बहुत बड़ा मल्ल था। इसने मल्लयुद्ध में सुमित्र नामक मल्ल को जीत लिया। (म. पु./६१/५९-६०)। यह मधुक्रीड़ प्रतिनारायण का दूरवर्ती पूर्व भव है।−देखें - मधुक्रीड़।
एक बहुत बड़ा मल्ल था। इसने मल्लयुद्ध में सुमित्र नामक मल्ल को जीत लिया। (म. पु./६१/५९-६०)। यह मधुक्रीड़ प्रतिनारायण का दूरवर्ती पूर्व भव है।−देखें - मधुक्रीड़।