वितथ
From जैनकोष
ध. १३/५, ५, ५०/२८६/६ वितथमसत्यम्, न विद्यते वितथं यस्मिन् श्रुतज्ञाने तदवितथम्, तथ्यमित्यर्थः। = वितथ अर्थात् असत्य ये समानार्थक शब्द हैं। (विशेष देखें - असत्य ) जिस श्रुतज्ञान में वितथपना नहीं पाया जाता वह अवितथ अर्थात् तथ्य है।