विमलनाथ
From जैनकोष
म.पु./५९/श्लोक नं.–पूर्वभव नं. २ में पश्चिम धातकी खण्ड के पश्चिम मेरु के वत्सकावती देश के रम्यकावती नगरी के राजा पद्मसेन थे।२–३। पूर्वभव नं. १ में सहस्त्रार स्वर्ग में इन्द्र हुए।१०। वर्तमान भव में १३वें तीर्थंकर हुए।– देखें - तीर्थंकर / ५ ।