परमात्मप्रदेश
From जैनकोष
समाधि तन्त्र के आधार पर प्रभाकर भट्ट के निमित्त, योगेन्दु देव (ई.श.६) द्वारा मुनियों के लक्ष्य से रचित, ३५३ दोहा प्रमाण आध्यात्मिक अपभ्रंश रचना। टीकायें -
- आ० पद्मनन्दि नं० ७ (ई० १३०५) द्वारा रचित;
- आ० ब्रह्मादेव (वि०श० १२ पूर्व) कृत संस्कृत टीका;
- आ० मुनिभद्र (ई० १३५०-१३९०) कृत कन्नड़ टीका;
- आ० बालचन्द्र (ई०श० १३) कृत कन्नड़ टीका;
- पं० दौलतराम (ई० १७७०) कृत भाषा टीका।