परमाध्यात्मतरंगिनी
From जैनकोष
आ. अमृतचन्द्र (ई. ९०५-९५५) कृत संस्कृत छन्दबद्ध कलशों की आ. शुभचन्द्र भट्टारक (वि.१५७३-ई.१५१६) कृत संस्कृत टीका। यह ८ अधिकारों में विभक्त २३२ श्लोकप्रमाण है। विषय अध्यात्म है। (ती./३/३६६)।
आ. अमृतचन्द्र (ई. ९०५-९५५) कृत संस्कृत छन्दबद्ध कलशों की आ. शुभचन्द्र भट्टारक (वि.१५७३-ई.१५१६) कृत संस्कृत टीका। यह ८ अधिकारों में विभक्त २३२ श्लोकप्रमाण है। विषय अध्यात्म है। (ती./३/३६६)।