पराशर
From जैनकोष
पा.पु./७/श्लोक-राजा शान्तनु का पुत्र (७६) तथा गांगेय (भीष्म) का पिता था (७८-८०)। एक समय धीरवर की कन्या गुणावती पर मोहित हो गया और ‘उसकी सन्तान को ही राज्य मिलेगा’ ऐसा वचन देकर उससे विवाह किया (८३-११५)।
पा.पु./७/श्लोक-राजा शान्तनु का पुत्र (७६) तथा गांगेय (भीष्म) का पिता था (७८-८०)। एक समय धीरवर की कन्या गुणावती पर मोहित हो गया और ‘उसकी सन्तान को ही राज्य मिलेगा’ ऐसा वचन देकर उससे विवाह किया (८३-११५)।