पांडव पुराण
From जैनकोष
- देवप्रभ सूरि (वि.१२७०) कृत मूल पाण्डव पुराण के आधार पर भट्टारक शुभ चन्द्र (वि. १६०८, ई. १५५१) द्वारा रचित, २५ पर्वों में विभक्त ५१०४ श्लोक प्रमाण संस्कृत छन्द बद्ध ग्रन्थ (ती./३/३६७)।
- यशः कीर्ति (वि. १५३५-१६१३) कृत अपभ्रंश काव्य। (ती./३/४११)।
- वादि चन्द्र (ई.१६०१) कृत।