पुष्पसेन
From जैनकोष
आप एक दिगम्बर आचार्य थे। मूल संघ की गुर्वावली के अनुसार अकलंक भट्ट के सधर्मा और छत्रचूड़ामणि के कर्ता वादीभ सिंह के गुरु थे। समय - ई. ७२०-७८० देखें - इतिहास / ७ / १ ।
आप एक दिगम्बर आचार्य थे। मूल संघ की गुर्वावली के अनुसार अकलंक भट्ट के सधर्मा और छत्रचूड़ामणि के कर्ता वादीभ सिंह के गुरु थे। समय - ई. ७२०-७८० देखें - इतिहास / ७ / १ ।