प्रत्यामुंडा
From जैनकोष
ष.खं. १३/५-५/सू. ३९/२४३ आवायो ववसायी बुद्धी विण्णाणी आउंडी पच्चाउंडी ।३९। प्रत्यर्थमामुण्डयते संकोच्यते मीमांसितोऽर्थः अनयेति प्रत्यामुण्डा । = अवाय, व्यवसाय, बुद्धि, विज्ञप्ति, आमुंडा और प्रत्यामुंडा ये पर्याय नाम हैं ।३६। जिसके द्वारा मीमांसित अर्थ अलग-अलग ‘आमुड्यते’ अर्थात् संकोचित किया जाता है, वह प्रत्यामुंडा है ।