प्रमाणनयतत्त्वालंकार
From जैनकोष
आ. माणिक्यनन्दि (ई. १००३-१०२८) द्वारा रचित परीक्षामुख ग्रन्थ की श्वेताम्बराचार्य बादिदेव सूरि (ई. १११७-११६९) द्वारा रचित टीका । न्यायविषयक ग्रन्थ है । इस ग्रन्थ का दूसरा नाम स्याद्वादरत्नाकर भी है ।
आ. माणिक्यनन्दि (ई. १००३-१०२८) द्वारा रचित परीक्षामुख ग्रन्थ की श्वेताम्बराचार्य बादिदेव सूरि (ई. १११७-११६९) द्वारा रचित टीका । न्यायविषयक ग्रन्थ है । इस ग्रन्थ का दूसरा नाम स्याद्वादरत्नाकर भी है ।