प्रश्नकुशल साधु
From जैनकोष
भ.आ./वि./४०३/५९२/१० प्रश्नकुशलतोच्यते चैत्यसंयतानार्यिकाः श्रावकांश्च, बालमध्यमवृद्धांश्च पृष्ट्वा कृत- गवेषणो याति इति प्रश्नकुशलः । = चैत्य, मुनि, आर्यिका, श्रावक, बाल मध्यम और वृद्धों को पूछकर निर्यापकाचार्य गवेषण करता है, यह प्रश्नकुशल साधु कहलाता है ।