प्राणातिपात
From जैनकोष
ध. १२/४,२,८,२/२७५/११ पाणादिवादो णाम पाणेहिंतो पाणीणं विजोगो । सो जत्तो मण-वयण-कायवावारादीहिंतो ते वि पाणा-दिवादो । ... पाणादिवादो णाम हिंसाविसयजीववावारो । = प्राणातिपात का अर्थ प्राणों से प्राणियों का वियोग करना है । वह जिन मन, वचन या काय के व्यापारादिकों से होता है, वे भी प्राणातिपात ही कहे जाते हैं । .... प्राणातिपातका अर्थ हिंसाविषयक जीव का व्यापार है ।