प्रावचन
From जैनकोष
- श्रुतज्ञान का अपर नाम है - देखें - श्रुतज्ञान / I / २ / १
- ध.१३/५,५,५०/२८०/११ प्रवचने प्रकृष्टशब्दकलापे भवं ज्ञानं द्रव्यश्रुतं वा प्रावचनं नाम । प्रवचन अर्थात् प्रकृष्ट शब्द कलाप में होने वाला ज्ञान या द्रव्यश्रुत प्रावचन कहलाता है ।