भगवती आराधना
From जैनकोष
आ. शिवकोटि (ई.श.१) कृत में २२७९ प्राकृत गाथाबद्ध यत्याचार विषयक ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ पर निम्न टीकाएँ उपलब्ध हैं–
- आराधना पंजिका नाम की एक टीका है जिसका कर्ता व काल अज्ञात है।
- आ. अपराजित (वि. ७९३) द्वारा विरचित विजयोदया नाम की विस्तृत संस्कृत टीका।
- इस ग्रन्थ की गाथाओं के अनुरूप आ. अमितगति (ई. ९८३-१०२३) द्वारा रचित स्वतंत्र श्लोक।
- पं. आशाधर (ई. ११७३-१२४३) द्वारा विरचित मूल आराधना नाम की संस्कृत टीका।
- पं. शिवजित (वि. १८१८) द्वारा विरचित भावार्थ दीपिका नाम की भाषा टीका।
- पं. सदासुखदास (ई. १७९५-१८६६) द्वारा विजयोदया टीका की देशभाषारूप टीका।(जै/२/१२६,१२८)।