मद्री
From जैनकोष
पा.पु./सर्ग/श्लोक–राजा अन्धकवृष्णि की पुत्री तथा वसुदेव की बहन। (७/१३२-१३८)। ‘पाण्डु’ से विवाही। (८/३४-८७, १०७)। नकुल व सहदेव को जन्म दिया। (८/१७४-१७५)। पति के दीक्षित हो जाने पर स्वयं भी घर, आहार व जल का त्याग कर सौधर्म स्वर्ग में चली गयी। (९/१५६-१६१)।