त्रैविध्यदेव
From जैनकोष
- नन्दिसंघ के देशीयगण की गुर्वावली के अनुसार ( देखें - इतिहास / ७ / ५ )। पाँच आचार्यों की उपाधि त्रैविध्यदेव थी।
- मेघचन्द्र प्र.ई.९३०-९५०;
- मेघचन्द्र द्वि.ई.१०२०-११५५;
- माघनन्दि ई.११३३-११६३;
- अकलंक द्वि.ई.११५८-८२;
- रामचन्द्र ई.११५८-११८२। इनके अतिरिक्त भी दो अन्य आचार्य इस नाम से प्रसिद्ध थे–
- माधवचन्द्र वि.श.११ का पूर्व;
- पद्मनन्दि नं०७ (वि.१३७३ में स्वर्गवास) के गुरु वि.१३००-१३५० (ई.१२४३-१२९८)। देखें - इतिहास / ७ / ५ )।