स्मृत्यंतराधान
From जैनकोष
- रा.वा./७/३०/८/५५५/३० अननुस्मरणं स्मृत्यन्तराधानम् ।८। अनुस्मरणम् परामर्शनं प्रत्यवेक्षणमित्यनर्थान्तरम्, इदमिदं मया योजनादिभिरभिज्ञानं कृतमिति, तदभाव: स्मृत्यन्तराधानम् । =मर्यादा का स्मरण न रखना स्मृत्यन्तराधान है। (स.सि./७/३१/३६९/६) अनुस्मरण, परामर्शन और प्रत्यवेक्षण ये एकार्थवाची हैं। यह यह मैंने योजनादि का प्रमाण किया था, उसका भूल जाना स्मृत्यन्तराधान है।
- दिग्व्रत का एक अतिचार है।-देखें - दिग्व्रत।