शांतिसेन
From जैनकोष
- पुन्नाट संघ की गुर्वावली के अनुसार आप श्री जयसेन के गुरु थे। समय - वि.श.७-८। (ती./२/४५१)। - देखें - इतिहास / ७ / ८ ;
- लाड़ बगाड़ संघ की गुर्वावली के अनुसार आप धर्मसेन के शिष्य तथा गोपसेन के गुरु थे। समय - वि.९८० (ई.९२३) - देखें - इतिहास / ७ / १० ।