शालिवाहन
From जैनकोष
- भृत्य वंश के गौतमी पुत्र सातकर्णी का ही दूसरा प्रसिद्ध नाम शालिवाहन था। इसने वी.नि.६०५ (ई.८०) में शक वंश के अन्तिम राजा नरवाहन को परास्त करने के उपलक्ष्य में शक संवत् चलाया था। यह भृत्य वंश का दूसरा राजा था। मगध देश की राज्य वंशावली के अनुसार इसका समय - वी.नि.६००-६४६ (ई.७४-१२०) विशेष - देखें - इतिहास / ३ / ४ ।
- शालिवाहन विक्रम संवत् शक संवत् को ही कहते हैं - देखें - इतिहास / २ / ५ तथा कोश I/परिशिष्ट।