शिव सागर
From जैनकोष
आप आचार्य शान्तिसागरजी की आम्नाय में तीसरे नम्बर पर आते हैं। आप आ.शान्तिसागरजी के शिष्य थे। और आप आचार्य धर्मसागरजी के गुरु थे। वि.२००६ में दीक्षा ली थी। और वीरसागरजी के पश्चात् वि.२०१४ में आचार्य पद पर आसीन हुए। समय - वि.२००६...(ई.१९४९...)।