श्रावण द्वादशी व्रत
From जैनकोष
बारह वर्ष पर्यन्त प्रतिवर्ष भाद्रपद शु.१२ को उपवास। तथा नमस्कार मन्त्र का त्रिकाल जाप्य (व्रत विधान सं./पृ.८८)।
बारह वर्ष पर्यन्त प्रतिवर्ष भाद्रपद शु.१२ को उपवास। तथा नमस्कार मन्त्र का त्रिकाल जाप्य (व्रत विधान सं./पृ.८८)।