श्रीनंदन
From जैनकोष
प.पु./९२/श्लोक नं.श्री मन्यु आदि सप्तऋषियों के पिता थे (४) प्रीतिंकर भगवान् के केवलज्ञान के समय एक पुत्र को राज्य देकर सातों पुत्र सहित दीक्षा ग्रहण कर ली (६)। अन्त में मोक्ष प्राप्त की (८)।
प.पु./९२/श्लोक नं.श्री मन्यु आदि सप्तऋषियों के पिता थे (४) प्रीतिंकर भगवान् के केवलज्ञान के समय एक पुत्र को राज्य देकर सातों पुत्र सहित दीक्षा ग्रहण कर ली (६)। अन्त में मोक्ष प्राप्त की (८)।