श्रीनंदि
From जैनकोष
नन्दि संघ देशीयगण के अनुसार आप सकल-चन्द्र के शिष्य तथा नयनन्दि के गुरु थे। आपके लिए ही श्री पद्मनन्दि ने जम्बूद्वीप पण्णत्ति लिखी थी। अपरनाम रामनन्दि था। समय - (वि.१०२५-१०८० ई.९६८-१०२३), (ज.प./प्र.१३A.N.Up.)। देखें - इतिहास / ७ / ५ ।