समच्छेद
From जैनकोष
गणित की भिन्न परिकर्माष्टक विधि में अंशों और हरों को यथायोग्य गुणा करके सब राशियों के हार समान करना। विशेष‒ देखें - गणित / II / १ / १० ।
गणित की भिन्न परिकर्माष्टक विधि में अंशों और हरों को यथायोग्य गुणा करके सब राशियों के हार समान करना। विशेष‒ देखें - गणित / II / १ / १० ।