सुदास
From जैनकोष
यह वैवस्वतयम की ५२वीं पीढ़ी में इक्ष्वाकु वंशी राजा था। वेदों में इसकी बड़ी प्रशंसा की जाती है जबकि जैनागम में इसकी निन्दा की गयी है। समय-ई.पू.२३०० (रामा कृष्ण द्वारा संशोधित इक्ष्वाकु वंशावली)
यह वैवस्वतयम की ५२वीं पीढ़ी में इक्ष्वाकु वंशी राजा था। वेदों में इसकी बड़ी प्रशंसा की जाती है जबकि जैनागम में इसकी निन्दा की गयी है। समय-ई.पू.२३०० (रामा कृष्ण द्वारा संशोधित इक्ष्वाकु वंशावली)