आदिनाथ शासन जयंती व्रत
From जैनकोष
व्रत विधान सं. १०५ विधि - भगवानकी दिव्य प्रथम दिवस फाल्गुन कृ.११ को उपवास करें। मन्त्र - `ओं ह्रीं श्री वृषभाय नमः' जाप्य करें।
व्रत विधान सं. १०५ विधि - भगवानकी दिव्य प्रथम दिवस फाल्गुन कृ.११ को उपवास करें। मन्त्र - `ओं ह्रीं श्री वृषभाय नमः' जाप्य करें।