अनाभोग
From जैनकोष
साम्परायिक आस्रव की कारणभूत पच्चीस क्रियाओं में पन्द्रहवीं किया । बिना शोधी भूमि पर शरीरादि का रखना अनाभाग है । हरिवंशपुराण 58.73 देखें साम्परायिक आस्रव
साम्परायिक आस्रव की कारणभूत पच्चीस क्रियाओं में पन्द्रहवीं किया । बिना शोधी भूमि पर शरीरादि का रखना अनाभाग है । हरिवंशपुराण 58.73 देखें साम्परायिक आस्रव