अप्रतिघ
From जैनकोष
(1) समवसरण की सभागृह के आगे विद्यमान तृतीय कोट संबंधी दक्षिण द्वार के आठ नामों में आठवां नाम । हरिवंशपुराण 57.56-58 देखें आस्थानभण्डल
(2) सौधर्मेन्द्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25.203
(1) समवसरण की सभागृह के आगे विद्यमान तृतीय कोट संबंधी दक्षिण द्वार के आठ नामों में आठवां नाम । हरिवंशपुराण 57.56-58 देखें आस्थानभण्डल
(2) सौधर्मेन्द्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25.203