अमोघविजया
From जैनकोष
मनोनुकूल रूप बदलने में सहायक, देवों को भी भयोत्पादिनी एक विद्या । यह विद्या नागराज ने रावण को दी थी, जिससे रावण ने लक्ष्मण को आहत किया था । पद्मपुराण 9.201-214
मनोनुकूल रूप बदलने में सहायक, देवों को भी भयोत्पादिनी एक विद्या । यह विद्या नागराज ने रावण को दी थी, जिससे रावण ने लक्ष्मण को आहत किया था । पद्मपुराण 9.201-214