गन्ध
From जैनकोष
(1) पूजा के अष्ट द्रव्यों में एक द्रव्य । महापुराण 17.251
(2) सुगन्ध और दुर्गन्ध रूप घ्राणेन्द्रिय का विषय । यह चेतन-अचेतन वस्तुओं से प्राप्त होता है तथा कृत्रिम और प्राकृतिक के भेद से द्विविध होता है । महापुराण 75.620-622
(3) इक्षुवर समुद्र के दो रक्षक व्यन्तरों में एक अन्तर । हरिवंशपुराण 5.644