गरुडकांत
From जैनकोष
घातकीखण्ड द्वीप के पूर्व भरतक्षेत्र में विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी में नित्यालोक नगर के राजा चित्रचूल और उनकी रानी मनोहरा का एक पुत्र । यह सेनकान्त के साथ युगलरूप में उत्पन्न हुआ था । हरिवंशपुराण 33.131-133
घातकीखण्ड द्वीप के पूर्व भरतक्षेत्र में विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी में नित्यालोक नगर के राजा चित्रचूल और उनकी रानी मनोहरा का एक पुत्र । यह सेनकान्त के साथ युगलरूप में उत्पन्न हुआ था । हरिवंशपुराण 33.131-133