गृहशोभा
From जैनकोष
कर्त्रन्वय-क्रियाओं में पारिव्राज्य-क्रिया के लक्षणरूप सत्ताईस सूत्रपदों में एक सूत्रपद । गृह-शोभा का परित्याग करने से तपस्वी के सामने श्रीमण्डप की शोभा स्वयमेव आती है । महापुराण 39.186
कर्त्रन्वय-क्रियाओं में पारिव्राज्य-क्रिया के लक्षणरूप सत्ताईस सूत्रपदों में एक सूत्रपद । गृह-शोभा का परित्याग करने से तपस्वी के सामने श्रीमण्डप की शोभा स्वयमेव आती है । महापुराण 39.186