जगत्पादगिरि
From जैनकोष
किष्किन्धा के पास एक पर्वत । यह शिवघोष मुनि की निर्वाण भूमि है । लक्ष्मण ने सात दिन तक निराहार रहकर इसी पर्वत पर प्रज्ञप्ति नाम की विद्या सिद्ध की थी । महापुराण 68.468-469
किष्किन्धा के पास एक पर्वत । यह शिवघोष मुनि की निर्वाण भूमि है । लक्ष्मण ने सात दिन तक निराहार रहकर इसी पर्वत पर प्रज्ञप्ति नाम की विद्या सिद्ध की थी । महापुराण 68.468-469