जगद्युति
From जैनकोष
पुष्कर द्वीप में चहद्र नगर के राजा प्रकाशयश और उसकी रानी माधवी का पुत्र । यह संसार से भयभीत रहता था । बुद्ध मंत्री उपदेश देकर बड़ी कठिनाई से इससे राज्य का संचालन कराते थे । राज्य कार्य में स्थिर रहता हुआ यह सदा मुनियों को आहार देता था । अन्त में यह मरकर देवकुरू भोगभूमि गया और वहाँ से मरकर ऐशान स्वर्ग में देव हुआ । पद्मपुराण 85.96-100