जलदकुमार
From जैनकोष
मेघकुमार जाति के देव । ये तीर्थंकरों के जन्माभिषेक के समय अमृत से मिले हुए जल-कणों की अखण्ड धारा छोड़ते हैं—मन्द-मन्द, जलवृष्टि करते हैं । महापुराण 13.209
मेघकुमार जाति के देव । ये तीर्थंकरों के जन्माभिषेक के समय अमृत से मिले हुए जल-कणों की अखण्ड धारा छोड़ते हैं—मन्द-मन्द, जलवृष्टि करते हैं । महापुराण 13.209