दंडकारंय
From जैनकोष
कर्णरवा नदी का तटवर्ती एक वन । इसके पूर्व यहाँ दण्डक नाम का देश तथा दण्डक नाम का ही राजा था । इसी राजा के कृत्य से देश वन में परिवर्तित हुआ तथा राजा के नाम के कारण वह इस नाम से सम्बोधित किया गया । महापुराण 75.554, पद्मपुराण 40. 40-41, 44-45, 92-97, दे दण्डक