द्रव्यपरिवर्तन
From जैनकोष
जीव के पांच प्रकार के परावर्तनों में प्रथम परावर्तन । इसमें जीव परमाणुओं का अनन्त बार शरीर और कर्म रूप से ग्रहण तथा विसर्जन करता है । वीरवर्द्धमान चरित्र 11. 28
जीव के पांच प्रकार के परावर्तनों में प्रथम परावर्तन । इसमें जीव परमाणुओं का अनन्त बार शरीर और कर्म रूप से ग्रहण तथा विसर्जन करता है । वीरवर्द्धमान चरित्र 11. 28