मनोह्लाद
From जैनकोष
एक नगर । इसे राजा अमररक्ष के पुत्रों ने बसाया था । यहाँ राक्षस रहते थे । यह नगर लंका में था । देव भी यहाँ उपद्रव नहीं कर सकते थे । वानरद्वीप इस नगर की वायव्य दिशा में था । पद्मपुराण 5.371-372, 6.66-68, 71
एक नगर । इसे राजा अमररक्ष के पुत्रों ने बसाया था । यहाँ राक्षस रहते थे । यह नगर लंका में था । देव भी यहाँ उपद्रव नहीं कर सकते थे । वानरद्वीप इस नगर की वायव्य दिशा में था । पद्मपुराण 5.371-372, 6.66-68, 71