माहेन्द्र
From जैनकोष
(1) चौथा स्वर्ग । महापुराण 7.11, 61-65, पद्मपुराण 105.166-167, हरिवंशपुराण 6.36
(2) तीर्थंकर वृषभदेव के उन्नीसवें गणधर । हरिवंशपुराण 12.58
(3) देवों से सेवित एक विद्यास्त्र । वैरोचन शस्त्र और समोरास्त्र इसका निवारक होता है । पद्मपुराण 74.100-101, हरिवंशपुराण 25.46-47