वज्रमालिनी
From जैनकोष
त्रिपुर नगर के स्वामी वज्रांगद विद्याधर की स्त्री । वज्रांगद भरतक्षेत्र के नन्दनपुर के राजा अमितविक्रम की धनश्री और अनन्तश्री कन्याओं को देखकर उन पर आसक्त हो गया था । उसने उन्हें पकड़कर ले जाना चाहा था किन्तु इससे भयभीत होकर उसे निराश होते हुए दोनों कन्याओं को वंश वन में छोड़कर लौट जाना पड़ा था । महापुराण 63.12-17