शुक्रप्रभा
From जैनकोष
तीर्थङ्कर शीतलनाथ की शिविका-पालकी । वे इसी में बैठकर संयम धारण करने के लिए सहेतुक वन गये थे । महापुराण 56.44-45
तीर्थङ्कर शीतलनाथ की शिविका-पालकी । वे इसी में बैठकर संयम धारण करने के लिए सहेतुक वन गये थे । महापुराण 56.44-45