सर्वभूतहित
From जैनकोष
सर्व प्राणियों का हित करने वाले मन:पर्ययज्ञानी एक मुनि । राजा दशरथ बहत्तर राजाओं के साथ इन्हीं के पास दीक्षित हुए थे । इनका अपर नाम सर्वभूतशरण्य था । पद्मपुराण 29. 85, 32.78-81 देखें सर्वभूतशरण्य
सर्व प्राणियों का हित करने वाले मन:पर्ययज्ञानी एक मुनि । राजा दशरथ बहत्तर राजाओं के साथ इन्हीं के पास दीक्षित हुए थे । इनका अपर नाम सर्वभूतशरण्य था । पद्मपुराण 29. 85, 32.78-81 देखें सर्वभूतशरण्य