संपरिकीर्ति
From जैनकोष
राक्षस वश का एक प्रधान पुरुष । यह राक्षस जितभास्कर का पुत्र था । जितभास्कर इसे राज्य देकर मुनि हो गया था । अन्त में इसने भी अपने पुत्र सुग्रीव को राज्य सौंपकर दीक्षा ले ली थी । पद्मपुराण 5.389
राक्षस वश का एक प्रधान पुरुष । यह राक्षस जितभास्कर का पुत्र था । जितभास्कर इसे राज्य देकर मुनि हो गया था । अन्त में इसने भी अपने पुत्र सुग्रीव को राज्य सौंपकर दीक्षा ले ली थी । पद्मपुराण 5.389