अकंपन
From जैनकोष
( महापुराण सर्ग/श्लोक) काशी देश का राजा (43/127) स्वयंवर मार्ग का संचालक था तथा भरत चक्रवर्ती का गृहपति था (45/51-54) भरत के पुत्र अर्ककीर्ति तथा सेनापति जयकुमार में सुलोचना नामक कन्या के निमित्त संघर्ष होने पर (44/344-345) अपनी बुद्धिमत्ता से अक्षमाला नामक कन्या अर्ककीर्ति के लिए दे सहज निपटारा किया (45/10-30) अन्त में दीक्षा धार अनुक्रम से मोक्ष प्राप्त किया। (45/87,204-206)