कनकध्वज
From जैनकोष
(पा.पु./१७/श्लोक) दुर्योधन द्वारा घोषित आधे राज्य के लालच से इसने कृत्या नामक विद्या को सिद्ध करके (१५०-१५२) उसके द्वारा पाण्डवों को मारने का प्रयत्न किया, परन्तु उसी विद्या से स्वयं मारा गया(२०९-१९)।
(पा.पु./१७/श्लोक) दुर्योधन द्वारा घोषित आधे राज्य के लालच से इसने कृत्या नामक विद्या को सिद्ध करके (१५०-१५२) उसके द्वारा पाण्डवों को मारने का प्रयत्न किया, परन्तु उसी विद्या से स्वयं मारा गया(२०९-१९)।