ज्योतिषकरंड
From जैनकोष
जिनभद्रगणी (वि.६५०) से पूर्व वल्लभी वाचनालय के अनुयायी किसी श्वेताम्बर आचार्य द्वारा रचित ज्योतिर्लोक तथा काल गणना विषयक सूत्रबद्ध अर्धमागधी ग्रन्थ (जै./२/५६,६०)।
जिनभद्रगणी (वि.६५०) से पूर्व वल्लभी वाचनालय के अनुयायी किसी श्वेताम्बर आचार्य द्वारा रचित ज्योतिर्लोक तथा काल गणना विषयक सूत्रबद्ध अर्धमागधी ग्रन्थ (जै./२/५६,६०)।