अनंतश्री
From जैनकोष
पुष्कर द्वीप में भरतक्षेत्र के नन्दनपुर नगर के राजा अमितविक्रम और उसकी रानी आनन्दमती की पुत्री, धनश्री की बहिन । त्रिपुर नगर के स्वामी वज्रांगद ने इन दोनों बहिनों का अपहरण किया था किन्तु अपनी पत्नी वज्रमालिनी से भयभीत होकर उसने इन्हें वंश वन में छोड़ दिया था । वन में दोनों बहिनों ने संन्यासमरण किया और सौधर्म स्वर्ग में नवमिका और रति नाम की देवियां हुईं । महापुराण 63.12-19