अष्टाह्निकपूजा
From जैनकोष
अष्टाह्निका में नन्दीश्वर द्वीप के 52 जिनालयों में स्थित जिन बिम्बों की यथाविधि भक्तिपूर्वक पूजा करना । यह पूजा ऐहलौकिक और पारलौकिक अभ्युदयों की दात्री होती है । इसे उपवासपूर्वक किया जाता है । महापुराण 43.176-177, 54.50, 70.7-8, पांडवपुराण 3.29