आचारांग
From जैनकोष
== सिद्धांतकोष से ==
द्रव्य श्रुतज्ञानका एक भेद - देखें श्रुतज्ञान - III।
पुराणकोष से
द्वादशांगरूप श्रुतस्कन्ध का प्रथम अंग । इसमें अठारह हजार पद है जिनमें मुनियों के आचार का वर्णन किया गया है । महापुराण 34. 133-135, हरिवंशपुराण 2.92, 10.27