इन्द्रध्वज
From जैनकोष
(1) समवसरण की एक ध्वजा । समवसरण की भूमि के जयांगुण के मध्य में सुवर्णमय पीठ पर इसी ध्वजा को फहराया जाता है । हरिवंशपुराण 57.83 -85
(2) इन्द्र द्वारा की जाने वाली जितेन्द्र की एक पूजा । महापुराण 38.32
(3) भरत के साथ दीक्षित एक राजा । इसने भी भरत के साथ मुक्ति प्राप्त की थी । पद्मपुराण 38. 1-5